________________ 142] [विपाकसूत्र पावसह 22 अासत्थ पासीवण आसुरुत्त आहेवच्च इङ्गाल 6 rrrrr 099 9 22 126 124 अभडप्पवेस अभिक्खणं अभिभूय अमणाम अमणुण्ण अम्मधाई अयंपुल अरिस अरिसिल्ल अलंकारियकम्म अलंभोगसमत्थ अलिप अवयोडय अवण्हाण अवदू अवद्दहणा अवयासावित्र अवरत्त अवाण अवेला असयंवस असि अंसागय अहापडिरूव अहिमड पाउर प्रागय प्रागर प्राणत्तिया आभिप्रोगिय आमलरसिय आयङ्क प्रायव प्रारसिय पालीविय 122 74 124 21 107 12 इन्दमह उक्कर 76 उक्कुरुडिया उक्कोडा उग्गह 74 उच्चार उच्छंग उण्ड 74 उत्तरकंचुइज्ज 16 उत्तरासंग उत्ताणय उद्दिट्ठ उपप्पयाण उप्पत्तिया उप्फेण उप्फेणियं उम्माण उरग उरपरिसप्प उरंउरेणं उज्वट्ट उस्सुक्क 125 एगठ्ठिया 36 एगसाडिय 61 एणेज्ज 18 एयकम्म 63 एयप्पहाण 33 एयविज्ज 101 एयसमायार 85 एल YO2WXY on rurrr .. 121 17 पालोय Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org