________________ 228] [उपासकदशांगसूत्र जैन दर्शन के मौलिक तत्त्व, पहला भाग [लेखक : मुनि श्री नथमलजी प्रकाशक : मोतीलाल बेंगानी चेरिटेबल ट्रस्ट, 1/4 सी, खगेन्द्र चटर्जी रोड, काशीपुर, __ कलकत्ता-२, प्रथम संस्करण : वि० सं० 2017] जैनधर्म का मौलिक इतिहास, प्रथम भाग [लेखक एवं निर्देशक : आचार्य श्री हस्तीमलजी महाराज, प्रकाशक : जैन इतिहास समिति, जयपुर (राजस्थान) प्रथम संस्करण : सन् 1971 ई०] जैनेन्द्रसिद्धान्तकोश क्षुल्लक जैनेन्द्र वर्णी प्रकाशक, भारतीय ज्ञानपीठ, 3620/21 नेताजी सुभाष मार्ग, दिल्ली-६, प्रथम संस्करण : 1970-73] तत्त्वार्थसूत्र : विवेचना सहित [विवेचनकर्ता : पं० सुखलालजी संघवी प्रकाशक : जैन संस्कृति संशोधन मण्डल, पार्श्वनाथ विद्याश्रम, हिन्दू विश्वविद्यालय, बनारस-५, द्वितीय संस्करण : 1952 ई०] तैत्तिरीयोपनिषद् दशवकालिक-वृत्ति दीघनिकाय [सुमंगलविलासिनी टीका धम्मपद नायाधम्मकहाओ पद्मनन्दिपञ्चविंशतिका पंचतन्त्र प्रज्ञापना सूत्र प्रमाणनयतत्त्वालोक प्रवचनसारोद्वार पाइअसद्दमहण्णवो पाणिनीय अष्टाध्यायी पातंजल योगसूत्र प्राकृत-सर्वस्व : मार्कण्डेय प्राकृत साहित्य . (डॉ० हीरालाल जैन) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org