________________ 354 355 الملل اس दर्दरदेव का भविष्य उपसंहार चौदहवां अध्ययन : तेतलिपुत्र सार : संक्षेप जम्बूस्वामी का प्रश्न सुधर्मास्वामी का उत्तर तेतलिपुत्र अमात्य तेतलिपुत्र का पोट्टिला के साथ परिणय कनकरथ राजा की राज्यासक्ति सन्तान की अदला-बदली राजकुमार का रहस्य-संगोपन तेतलिपुत्र की पोट्टिला के साथ विरक्ति सुव्रता प्रार्या का प्रागमन पोट्टिला की मंत्र-तंत्रविषयक प्रार्थना पोट्टिला का श्रावकधर्म-स्वीकार दीक्षा की अनुमति-याचना अनुमति की शर्त-स्वीकृति पोटिला प्रार्या की स्वर्गप्राप्ति कनकरथ का निधन कनकध्वज का राज्याभिषेक पोटिल देव द्वारा उद्बोधन का विचार तेतलिपुत्र का प्रात्मघात का निष्फल प्रयत्न पोट्टिल द्वारा उद्बोधन तेतलिपुत्र को जातिस्मरण तेतलिपुत्र की प्रव्रज्या-कैवल्यप्राप्ति कनकध्वज द्वारा क्षमायाचना सिद्धत्वप्राप्ति पन्द्रहवाँ अध्ययन : नन्दीफल सार : संक्षेप जम्बुस्वामी को जिज्ञासा सुधर्मास्वामी द्वारा समाधान धन्य सार्थवाह की घोषणा धन्य का सार्थ के साथ प्रस्थान उपयोगी चेतावनी चेतावनी का पालन Mxx ur rur or or orm99. F. m m mr m mmm rrr m mmm 59 370 371 373 373 375 377 678 379 n 15 mr m N 15 15 387 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org