________________ विषयानुक्रम प्रथम अध्ययन : उत्क्षिप्तज्ञात सार : संक्षेप प्रारंभ आर्य सुधर्मा जम्बूस्वामी जम्बूस्वामी की जिज्ञासा सुधर्मास्वामी का समाधान अभयकुमार धारिणी का स्वप्नदर्शन स्वप्न-निवेदन श्रेणिक द्वारा स्वप्नफलकथन स्वप्नपाठकों का आह्वान स्वप्नपाठकों द्वारा फलादेश धारिणी देवी का दोहद धारिणी की चिन्ता दोहद-निवेदन अभयकुमार का प्रागमन अभय का आश्वासन अभय की देवाराधना देव का प्रागमन अकाल-मेघविक्रिया दोहदपूर्ति देव का विसर्जन गर्भ की सुरक्षा मेधकुमार का जन्म जन्मोत्सव अनेक संस्कार नामकरणसंस्कार मेधकुमार का लालन-पालन कलाशिक्षण Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org