________________ 216] [व्याख्याप्रज्ञप्तिसूत्र में जघन्य अन्तर्मुहूर्त अधिक 10 हजार वर्ष और उत्कृष्ट आठ भव की अपेक्षा 80 हजार वर्ष है / छठे और पाठवें गमक में जघन्य अन्तर्मुहुर्त अधिक 10 हजार वर्ष और उत्कृष्ट 4 अन्तर्मुहर्त अधिक 40 हजार वर्ष है। नौवें गमक में जघन्य 20 हजार वर्ष और उत्कृष्ट 80 हजार वर्ष है।' // चौवीसवां शतक : सोलहवाँ उद्देशक सम्पूर्ण / 1. भगवती. अ. वृत्ति पत्र 833 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org