________________ 82] [व्याख्याप्रज्ञप्तिसूत्र __ [36 प्र.] भगवन् ! अनेक षट्क-समर्जित और अनेक षटक तथा नो-षट्क-समजित पृथ्वीकायिकों में कौन किससे (अल्प, बहुत, तुल्य) यावत् विशेषांधिक हैं ? [36 उ.] गौतम ! सबसे अल्प अनेक षट् कसजित पृथ्वीकायिक हैं / अनेक षट्क और नोषट्क-समजित पृथ्वीकायिक उनसे संख्यातगुणे हैं / 40. एवं जाव वणस्सइकाइयाणं / [40] इस प्रकार यावत् वनस्पतिकायिकों तक (जानना चाहिए)। 41. बेइंदियाणं जाव बेमाणियाणं जहा नेरइयाणं / [41] द्वीन्द्रियों से लेकर यावत् वैमानिकों तक (का अल्पबहुत्व) नैरयिकों के समान (जानना चाहिए। 42. एएसि णं भंते ! सिद्धाणं छक्कसमज्जियाणं, नोछक्कसमज्जियाण जाव छक्केहि य नोछक्केण य समज्जियाण य कयरे कयरेहितो जाव विसेसाहिया वा? ___गोयमा ! सम्वत्थोवा सिद्धा छक्केहि य नोछक्केण य समज्जिया, छक्केहि समन्जिया संखेज्जगुणा, छक्केण य नोछपकेण य समज्जिया संखेज्जगुणा, छक्कसमज्जिया संखेज्जगुणा, नोछक्कसमज्जिया संखेज्जगुणा / [42 प्र.] भगवन् ! इन षट्कसमजित, नो-षटकसमजित, यावत् अनेक षटक और एक नोषट्क-सर्जित सिद्धों में कौन किन-से अल्प यावत् विशेषाधिक हैं ? [42 उ.] गौतम ! अनेक षट्क और नोषट्क से समजित सिद्ध सबसे थोड़े हैं। उनसे अनेक. षट्क-समजित सिद्ध संख्यातगुणे हैं। उनसे एक षट्क और नो-पटकसमजित सिद्ध संख्यातगुणे हैं। उनसे षट्कसमजित सिद्ध संख्यातगुणे हैं और उनसे भी नो-षट्क-समजित सिद्ध संख्यातगुणे हैं। विवेचन--षदक-समजित आदि से विशिष्ट चौवीस दण्डकों और सिद्धों का अल्पबहुत्वप्रस्तुत छह सूत्रों (37 से 42 तक) में जो षटक-सजित आदि से विशिष्ट जीवों का अल्पबहुत्व बताया गया है, वह स्थान के अल्पत्व एवं बाहुल्य की अपेक्षा से समझना चाहिए / अन्य प्राचार्यों का कहना है कि वस्तु-स्वभाव ही ऐसा है / ' चौबीस दण्डकों और सिद्धों में द्वादश, नोद्वादश प्रादि पदों का यथायोग्य निरूपण 43. [1] नेरइया णं भंते ! कि बारससमज्जिता, नोबारससमज्जिया, बारसरण य नोबारसएण य समज्जिया, बारसएहि समज्जिया, बारसएहि य नोवारसएण य समज्जिया? गोयमा ! नेरइया बारससमज्जिया वि जाव बारसएहि य नोबारसएण य समज्जिया वि / [43-1 प्र.] भगवन् ! नैरयिक जीव क्या द्वादश-सजित हैं, या नो-द्वादश-समजित हैं, अथवा द्वादश-नो-द्वादश-समजित हैं, या अनेक द्वादश और नो-द्वादश-समर्जित हैं ? 1. भगवती. अ. वत्ति, पत्र 800 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org