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________________ 108 109 110 प्रथम तालवर्ग : दस उद्देशक द्वितीय 'एकास्थिक' वर्ग : दस उद्देशक प्रथम तालवर्गानुसार द्वितीय एकास्थिकवर्ग का निरूपण तृतीय 'बहुबीजक' वर्ग : दस उद्देशक प्रथम तालवर्गानुसार तृतीय बहुबीजकवर्ग का निरूपण चतुर्थ 'गुच्छ' वर्ग : दस उद्देशक इक्कीसवें शतक के चतुर्थ वर्गानुसार गुच्छवर्ग का निरूपण पंचम 'गुल्म' वर्ग : दस उद्देशक इक्कीसवे शतक के प्रथम वर्गानुसार पंचम गुल्मवर्ग का निरूपण छठा 'वल्ली' वर्ग : दस उद्देशक प्रथम तालवर्गानुसार छठे वल्लीवर्ग का निरूपण 112 तेईसवाँ शतक तेईसवें शतक का मंगलाचरण 115, तेईसवें शतक के पांच वर्गों के नाम तथा उसके पचास उद्दे शकों का निरूपण 115 116 प्रथम 'आलुक' वर्ग : दस उद्देशक इक्कीसवें शतक के चतुर्थ वर्गानुसार प्रथम पालकवर्ग का निरूपण द्वितीय 'लोही वर्ग : दस उद्देशक प्रथम वर्गानुसार द्वितीय लोहीवर्ग का निरूपण तृतीय 'अवक' वर्ग: दस उद्देशक प्रथम वर्गानुसार तृतीय अवकवर्ग का निरूपण 118 चतुर्थ 'पाठा' वर्ग : दस उद्देशक प्रथम वर्गानुसार चतुर्थ पाठावर्ग का निरूपण 119 पंचम 'माषपर्णी' वर्ग : दस उद्देशक प्रथम वर्गानुसार माषपर्णी नामक पंचम वर्ग का निरूपण 120 चौवीसवां शतक 122 प्राथमिक चौवीसवे शतक के चौवीस दण्डकीय चौवीस उद्देशकों में उपपात प्रादि बीस द्वारों का निरूपण 124 [ 109] Jain Education Internationale For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003473
Book TitleAgam 05 Ang 05 Bhagvati Vyakhya Prajnapti Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1982
Total Pages2986
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size69 MB
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