________________ 148 [व्याख्याप्रज्ञप्तिसूत्र दस परमाणु पुद्गलों का संयोग-विभाग-निरूपण 10. दस भंते ! परमाणुपोग्गला जाव दुहा कज्जमाणे एगयओ परमाणुपोग्गले, एगयओ नवपएसिए खंधे भवति; अहवा एगपनो दुपएसिए खंधे, एगयओ अट्ठ पएसिए खंधे भवति; एवं एक्केक्कं संचारेयव्वंति जाच अहवा दो पंचपएसिया खंधा भवति / तिहा कज्जमाणे एगयओ दो परमाणुपो०, एगयनो अटुपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ परमाणुपो०, एगयो दुपएसिए०, एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ परमाणुपो०, एगयओ तिपएसिए खंधे, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ परमाणुपो०, एगयओ चउप्पएसिए०, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवति / ब्रह्वा एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ छप्पएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ दुपएसिए०, एगयओ तिपएसिए०, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवति; * अहवा एगयो दुपएसिए खंधे, एगयओ दो चउपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ दो तिपएसिया खंधा, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवइ / चउहा कज्जमाणे एगयो तिन्नि परमाणुपो०, एगयओ सत्तपएसिए खंधे भवति ; अहवा एगयओ दो परमाणुपो०, एगयो दुपएसिए०, एगयनो छप्पएसिए खंधे भवति / अहवा एगयओ को परमाणुपो०, एगयनो तिपएसिए खंधे, एगयनो पंचपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ दो परमाणुपो०, एगयओ दो चउपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ परमाणुपो०, एगयओ दुपदेसिए० एगयओ तिपएसिए०, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवति; अहवा एगयनो परमाणुपो०, एगयो तिन्नि तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ तिन्नि दुपएसिया खंधा, एगयओ चउपएसिए खंधे भवति ; अहवा एग यओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ दो तियएसिया खंधा भवंति / पंचहा कज्जमाणे एगयओ चत्तारि परमाणुपोग्गला, एगयनो छप्पएसिए खंधे भवति; अहया एगयओ तिनि परमाणुपो० एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ पंचपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ तिन्नि परमाणुपो०, एगयओ तिपएसिए खंधे भवति, एगयओ चउपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयओ दो परमाणुपो०, एगयओ दो दुपएसिया खंधा, एगयओ चउप्पएसिए खंधे भवति / प्रहवा एगयओ दो परमाणुपो०, एगयओ दुपएसिए खंधे, एगयओ दो तिपएसिया खंधा भवंति अहवा एगयओ परमाणुपो०, एगयओ तिन्नि दुपएसिया०, एगयओ तिपएसिए खंधे भवति; अहवा पंचदुपएसिया खंधा भवंति / छहा कज्जमाणे एगयओ पंच परमाणुपो०, एगयो पंचपएसिए बंधे भवति; अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपो०, एगयओ दुपएसिए०, एगघओ चउप्पएसिए खंधे भवति ; प्रहवा एगयनो चत्तारि परमाणुपो०, एगयनो दो तिपएसिया खंधा भवंति; अहवा एगयओ तिन्नि परमाणुपो०, एगयओ दो दुपदेसिया खंधा, एगयओ तिपएसिए खंधे भवति; अहवा एगयनो दो परमाणुपो०, एगयो चत्तारि दपएसिया खंधा भवंति / सत्तहा कज्जमाणे एगयग्रो छ परमाणपो०, एगयओ चउप्पदेसिए खंध भवति; अहवा एगयओ पंच परमाणुपो०, एगयओ दुपएसिए०, एगयओ तिपएसिए खंध भवति; अहवा एगयओ चत्तारि परमाणुपो०, एम यओ तिन्नि दुपएसिया खंधा भवंति / अट्टहा कज्जमाणे अधिकपाठ---*इन दोनों चिह्नों के अन्तर्गत मुद्रित पाठ अन्य प्रतियों में नहीं है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org