________________ O m नोसुपश्यसूत्र इन्द्रियार्थसूत्र अलोकगमनसूत्र ज्ञातसूत्र हेतुसूत्र संख्यानसूत्र अन्धकार-उद्योतसूत्र चतुर्थ उद्देशक Mor m mar mmm m 389 43. 382 उपसर्गसूत्र 383 कमसूत्र 383 संघसूत्र 383 बुद्धिसूत्र 387 मतिसूत्र 388 जीवसूत्र 388 मित्र-अमित्रसूत्र मुक्त-अमुक्तसूत्र 389 गति-प्रागतिसूत्र संयम-प्रसंगमसुत्र क्रियासूत्र गुणसूत्र 92 शरीरसूत्र 393 धर्मद्वारसूत्र अायुर्बन्धसूत्र 402 वाद्य-नृत्या दिसूत्र 402 देवसूत्र 403 गर्भसूत्र 406 पूर्ववस्तुसूत्र 406 समुद्घातसूत्र 408 चतुर्दशपूर्विसूत्र 409 वादिसूत्र 410 कल्प-विमानसूत्र 411 समुद्रसूत्र 411 कषायसूत्र 412 नक्षत्रसूत्र 412 पापकर्मसूत्र 414 पुद्गलसूत्र 438 m' 439 440 441 442 प्रसपकसूत्र पाहारसूत्र प्राशीविषसूत्र व्याधिचिकित्सासूत्र वणकरसूत्र अन्तर्बहिणसूत्र अम्बा-पितृसूत्र राजसूत्र मेघमूत्र प्राचार्यसूत्र भिक्षाकसूत्र गोलसूत्र पत्रमूत्र तिर्यकसूत्र भिक्षुकसूत्र कृपा-प्रकृशसूत्र बुध-अबुधसूत्र अनुकम्पकसूत्र संबाससूत्र अपध्वंससूत्र प्रव्रज्यासूत्र संज्ञासूत्र कामसूत्र उत्तान-गंभीरसूत्र तरकसूत्र पूर्ण-तुच्छसूत्र चारित्रसूत्र मधु-विषसूत्र 843 444 444 445 845 885 . पंचम स्थान प्रथम उद्देशक र 420 सार : संक्षेप 420 महाव्रत-अणुव्रतसूत्र 422 इन्द्रियविषयसूत्र 423 प्रास्रव-संवरसूत्र 427 प्रतिमासूत्र 427 स्थावरकायमूत्र ccc 1 451 [60 ] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org