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________________ 0006 6 162 अंगसुत्र 163 मनोरथसूत्र 165 पुद्गलप्रतिघातसूत्र 165 चक्षमूत्र अभिसमागमसूत्र 166 ऋद्विसूत्र गौरवसूत्र 167 करणसूत्र स्वाख्यातधर्मसूत्र 168 ज्ञ-अज्ञसूत्र अन्तसूत्र जिनसूत्र लेश्यासूत्र मरणसूत्र अश्रद्धालुसूत्र 173 श्रद्धालुविनयसूत्र 173 पृथ्वीवलयसूत्र 173 विग्रहगतिसूत्र 174 क्षीणमोहसूत्र 174 नक्षत्रसूत्र तीर्थकरसूत्र 177 पापकर्मसूत्र पुद्गलमूत्र 191 191 191 192 192 192 193 194 प्रयोगसूत्र व्यवसायसूत्र अर्थ-योनिसूत्र पुद्गलमूत्र नरकमूत्र मिथ्यात्वमूत्र धर्मसूत्र उपक्रमसूत्र वैयावत्यादिसूत्र त्रिवर्गसूत्र श्रमण-उपासना-फल चतुर्थ उद्देशक प्रतिमासूत्र कालसूत्र वचनसुत्र ज्ञानादिप्रज्ञापनासूत्र विशोधिमूत्र पाराधनासूत्र संक्लेश-प्रसंक्लेशसूत्र अतिक्रमादिसूत्र प्रायश्चित्तसूत्र वर्षधरपर्वतमूत्र महाद्रहमूत्र नदीसूत्र भूकम्पसूत्र देवकिल्बिषिकसूत्र देवस्थितिसूत्र प्रायश्चित्तसूत्र प्रव्रज्यादि-अयोग्यसूत्र अवाचनीय-वाचनीयसूत्र दुःसंज्ञाप्य-सुसंज्ञाप्यसूत्र माण्ड लिकपर्वतसूत्र महतिमहालयसूत्र कल्पस्थितिसूत्र शरीरसूत्र प्रत्यनी कसूत्र 196 196 197 197 197 177 चतुर्थ स्थान प्रथम उद्देशक 201 203 206 178 सार-संक्षेप अन्तक्रियासूत्र उन्नत-प्रणतसूत 182 ऋजु-बक्रसूत्र 182 भाषासूत्र 182 शुद्ध-अशुद्धसूत्र 182 सुत-सूत्र 183 सत्य-असत्यसूत्र 183 शुचि-अशुचिसूत्र 185 कोरकसूत्र 185 भिक्षाकसूत्र www. 218 219 [ 57 ] Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003471
Book TitleAgam 03 Ang 03 Sthanang Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Shreechand Surana
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1981
Total Pages827
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size21 MB
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