________________ सूत्रकृतांग सूत्र--प्रथम श्रुतस्कन्ध गाथा सूत्राङ्क गाथा सूत्राङ्क 275 326 461 पभू दोसे निराकिच्चा पमायं कम्ममाहंसु पयाता सूरा रणसीसे परमत्त अन्नपाणं च परिम्गहे निविट्ठाणं परिताणियाणि संकता पलिउंचणं च भयणं च पाओसिणाणादिसु पत्थि मोक्खा पागब्भि पाणे बहुणं तिवाती पाणहाओ य छत्तच पाणाइवाए वता पाणे य णाइवातेज्जा पाणेहि णं पाव विजोजयंति पाबाई कम्माई पकुव्वतो हि पासे भिसं निसीयंति पिता ते थेरओ तात पुच्छिंसु णं समणा माहणा य पुच्छिस्स हं केवलियं महेसि पुढे गिम्हाभितावेणं पुढे णभे चिट्ठति भूमिए ठिते पुट्ठो य दंसमसएहिं पुढवाऊ अगणि वाऊ पुढवी आउ तेउ य पुढवीजीवा पुढो सत्ता पुढवी य आऊ अगणी य वाऊ पुढवी वि जीवा आऊ वि जीवा पुढो य छंदा इह माणवा उ पुढोवमे धुणति विगतगेही पुत्त पिता समारंभ पुरिसोरम पावकम्मुणा पूतिकम्मं ण सेवेज्जा पूर्यफलं तंबोलंच बहवे गिहाई अवहट्ट 508 बहवे पाणा पुढो सिया 118 413 बहुगुणप्पगप्पाई 222 166 बहुजणणमणमि संवुडे 456 बालस्स मंदयं बितियं 436 बाला बला भूमि अणोक्कमंता पविज्जलं कंटइलं.... 342 34 बाला बला भूमि अणोक्कमंता पविज्जलं लोहपहं.... 331 447 बाहू पकत्तति य मुलतो से 363 बुज्झिज्ज तिउट्टज्जा 304 भंजंति णं पुबमरी सरोसं 345 454 भंजंति बालस्स बहेण पट्टि 340 232 भारस्स जाता मुणि भुंजएज्जा 406 426 भावणाजोगसुद्धप्पा 611 318 भासमाणो न भासेज्जा 367 भिक्खू मुयच्चा तह दिधम्मे 573 246 भूताभिसंकाए दुगुछमाणो 184 भूतेहिं न विरुज्झेज्जा 610 352 भूयाई च समारंभ 300 मच्छा य कुम्मा य सिरीसिवा य 365 166 मणबंधहि णेगेहि 362 मणसा जे प उस्संति 176 मणसा वयसा चेव 416 444 महयं पलिगोव जाणिया 18 महीय मामि ठिते एगिदे 503 माइणो कटु मायाओ 415 381 मा एयं अवमन्नता 387 मातरं पितरं पोस 185 486 माता पिता ण्डसा भाया 376 माताहि पिताहि लुप्पति 55 मा पच्छ असाहुया भवे 146 68 मा पेह पुरा पणामए 511 माहणा खत्तिया वेस्सा 286 माहणा समणा एगे 263 माहणा समणा एगे 510 121 364 441 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org