________________ 480 आचारांग सूत्र-द्वितीय श्रुतस्कन्ध तीर्थकर महावीर लेखकगण : श्री मधुकर मुनि, श्री रतन मुनि, श्रीचन्द सुराना 'सरस' प्रकाशक : सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा, आदि जैन साहित्य का बृहद इतिहास (भाग 1) लेखक : 50 बेचरदास दोशी, न्यायतीर्थ प्रकाशक : पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, जैनाश्रम हिन्दू यूनिवर्सिटो, वाराणसी-५ जैन आगम साहित्य में भारतीय समाज लेखक : डा जगदीशचन्द्र जैन प्रकाशक : चोखम्बा विद्याभवन वाराणसी चार तीर्थकर लेखक : पं० सुखलालजी प्रकाशक : पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, जैनाश्रम हिन्दु युनिवर्सिटी, वाराणसी-५ विनयपिटक (राहुल सांकृत्यायन) प्रकाशक : महाबोधि सभा सारनाथ (वाराणसी) (प्रकाशन वर्ष ई. 1635) भगवद्गीता प्रकाशक : गीता प्रेस, गोरखपुर (उ० प्र०) ईशावाष्योपनिषद् कौशीतकी उपनिषद् छान्दोग्य उपनिषद् प्रकाशक : गीताप्रेस, गोरखपुर (उ० प्र०) विसुद्धिमग्गो प्रकाशक : भारतीय विद्याभवन, मुम्बई समयसार - नियमसार रचयिता : आचार्य श्री कुन्दकुन्द प्रवचनसार - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org