________________ 375 परिशिष्ट : 4 सम्पादन-विवेचन में प्रयुक्त प्रन्थसूची आचारांग चूणि (प्राचारांग सूत्र में टिप्पण में उद्धृत) कर्ता : श्री जिनदासगणी महत्तर सम्पादक : मुनि श्री जम्बूविजय जी पिण्डनियुक्ति (श्रुतकेवली श्री भद्रबाहुस्वामी विरचित) अनुवादक : पू. गणिवर्य श्री हंससागर जी महाराज प्रकाशक : शासन कण्टकोद्धारक ज्ञान-मन्दिर मु. ठलीया (जि. भावनगर) (सौराष्ट्र) तत्त्वार्थसूत्र सर्वार्थसिद्धि (प्रा. पूज्यवाद-व्याख्याकार) हिन्दी अनुवादक : पं. फूलचन्द्र सिद्धान्तशास्त्री प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ, दुर्गाकुण्ड मार्ग वाराणसी तत्त्वार्थसूत्र (प्राचार्य श्री उमास्वाति विरचित) विवेचक : पं. सुखलाल जी प्रकाशक : भारत जैन महामंडल, बम्बई बृहत्कल्प सूत्र एवं बृहत्कल्पभाष्यम् प्रकाशक : जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर निशीथ चूणि (सभाष्य) सम्पादक : उपाध्याय श्री अमर मुनि प्रकाशक : सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा शब्दकोष व अन्य ग्रन्थ अभिधान राजेन्द्र कोश (भाग 1 से 7 तक) सम्पादक : आचार्य श्री राजेन्द्र सूरि प्रकाशक : समस्त जैन श्वेताम्बर श्रीसंघ, श्री अभिधान राजेन्द्र कार्यालय रतलाम (म. प्र.) जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश (भाग 1 से 4 तक) सम्पादक : क्षुल्लक जिनेन्द्र वर्णी प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ, बी. 45/47 कनॉटप्लेस नयी दिल्ली-१ नालन्दा विशाल शब्द सागर सम्पादक : श्री नवल जी प्रकाशक : आदीश बुक डिपो, 38, यू. ए. जवाहर नगर बैंगलो रोड दिल्ली-७ पाइअ-सह-महण्णवो (द्वि. सं.) ___ सम्पादक : पं हरगोविंददास टी. शेठ, डा. वासुदेवशरण अग्रवाल, और पं. दलसुखभाई मालवणिया प्रकाशक : प्राकृत ग्रन्थ परिषद्, वाराणसी-५ ऐतिहासिक काल के तीन तीर्थंकर लेखक : आचार्य श्री हस्तीमल जी महाराज प्रकाशक : जैन इतिहास समिति, आचार्य श्री विनयचन्द्र ज्ञान भण्डार लालभवन चौड़ा रास्ता, जयपुर-३ (राजस्थान) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org