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________________ ४२२ ४२२ ४२३ ४२६ ४२७ ४२७ ४२७ ४२८ ४३० ४३१ ४३१ ४३२ ४३३ ४३४ ४३४ नाम-स्थापना-द्रव्य-आय आगम-द्रव्य-आय नोआगम-द्रव्य-आय भाव-आय क्षपणानिरूपण नामस्थापनाक्षपणा द्रव्यक्षपणा भावक्षपणा नामनिष्पन्ननिक्षेपप्ररूपणा नाम-स्थापना-सामायिक द्रव्यसामायिक भावसामायिक सामायिक के अधिकारी की संज्ञायें श्रमण की उपमायें प्रकारान्तर से श्रमण का निर्वचन सूत्रालापकनिष्पन्ननिक्षेप अनुगमनिरूपण अनुगमनिरूपण नियुक्त्यनुगम निक्षेपनियुक्त्यनुगम उपोद्घात निर्युक्त्यनुगम सूत्रस्पर्शिक नियुक्त्यनुगम नयनिरूपण नयनिरूपण की भूमिका नैगम आदि सात नयों के लक्ष्य नयवर्णन के लाभ परिशिष्ट १. कथानक कालगणना की संज्ञाओं और क्रम में विविधता गाथानुक्रम विशिष्ट शब्दसूची संज्ञावाचकशब्दानुक्रम अनध्यायकाल ७. अर्थसहयोगियों की सूची ४३५ ४३५ ४३६ ४३६ ४३९ ४४४ ४४५ ४४७ m;"3ur9 ४५० ४५३ ४५५ ४५८ ४६९ ४७३ ४७६ [४७]
SR No.003468
Book TitleAgam 32 Chulika 01 Anuyogdwar Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorAryarakshit
AuthorMadhukarmuni, Shobhachad Bharilla, Devkumar Jain Shastri
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1987
Total Pages553
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, & agam_anuyogdwar
File Size11 MB
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