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प्रथम परिशिष्ट
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दशवैकालिकसूत्र का सूत्रानुक्रम
HOETIC सूत्रसंख्या
४१६ २३९ ४२२
२९९
५२३ ४३९
४९५
४३४ ३७७ २७४
४८१
सूत्र का आदि कि अइभूमिं न गच्छेज्जा अईयम्मि य कालम्मि...जत्थ (तृ.च.) अईयम्मि य कालम्मि निस्संकियं (तृ.च.) अईयम्मि य कालम्मी जमढें (तृ.च.)52 अकाले चरसि भिक्खू अगुत्ती बंभचेरस्स अग्गलं फलिहं दारं अजयं आसमाणो उ अजयं चरमाणो उ अजयं चिट्ठमाणो उ अजयं भासमाणो उ अजयं भुंजमाणो उ अजयं सयमाणो उ अजीवं परिणयं णच्चा अज्जए पज्जए वा वि अज्ज याऽहं गणी होतो.... अज्जिए पज्जिए वा वि अट्ट सुहुमाइं पेहाए अट्ठावए य नाली य... अणाययणे चरंतस्स अणायारं परक्कम्म अणिएयवासो समुयाणचरिया अणुनए नावणए अणुनवेत्तु सुमेहावी अणुसोयपट्ठिए बहुजणम्मि अणुसोयसुहो लोगो अतिंतिणे अचवले अत्तट्ठगुरुओ
सूत्रसंख्या सूत्र का आदि
१०६ अत्थंगयम्मि आइच्चे ३४० अदीणो वित्तिमेसेज्जा ३४१ अधुवं जीवियं नच्चा ३९ अनिलस्स समारंभ २१८ अनिलेण न वीए, न वीयावए ३२१ अन्नटुं पगडं लेणं २२२ अन्नाय उंछं चरई विसुद्धं पर अपुच्छिओ न भासेज्जा ५५ अप्पग्घे वा महग्घे वा ५६ अप्पणट्ठा परट्ठा वा कोहा ६० अप्पणट्ठा परट्ठा वा सिप्पा.... ५९ अप्पत्तियं जेण सिया ५८ अप्पा खलु सययं रक्खियव्वो १९० अप्पे सिया भोयणजाए ३४९ अबंभचरियं घोरं ५५० अभिगम चउरो समाहिओ ३४६ अभिभूय काएण परीसहाई ४०१ अमज्जमंसासि अमच्छरीया २० अमरोवमं जाणिय सोक्खमुत्तमं ९२ अमोहं वयणं कुज्जा ४२० अरसं विरसं वावि ५६४ अलं पासायखंभाणं
९५ अलोलुए अक्कुहए अमायी १९६ अलोलो भिक्खू न रसेसु गिद्धे ५६१ अवण्णवायं च परम्मुहस्स ५६२ असई वोस?-चत्तदेहे ४१७ असंथडा इमे अंबा... २४५ : असंसटेण हत्थेण -
२७८
५१९ ५३४
५६६
५५२
४२१
२११
३५८ ५०१ ५३७ ५०० ५३३
३६४