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________________ परिशिष्ट-३ : व्यक्तिनामानुक्रम [४२९ १४५ णंदियावत्त णंदिवद्धणा णंदुत्तरा 3. mm तट्टा १०२ २९६ तोयधारा दाहिणद्धभरह (देवविशेष) दोसिणाभा धारिणी (रानी) निरुई पउमावई पडिस्सुई (कुलकर) पभंकरा पयावई पसेणई (कुलकर) पालय (देव) पीइगम पिउ पुण्डरीआ पुप्फ (देव) पुप्फमाला पुहवी २०६ १४७ १४६ ७४ १४६ १४७ १५१ भोगंकरा १४७ मणोरम १४७ मरुदेव (कुलकर) २०६ मरुदेवा (नाभि पत्नी) १४५ महाविदेह (देव) २० महावीर २०४ महाहिमवंत (देव) १ मागधतित्थकुमार २०६ मालवंत १४७ मित्र ३५ मिस्सकेसी २०४ मेहमालिनी २०६ मेहमुह ३५ मेहंकरा १४९ लिच्छिमई २९८ वच्छमित्ता २०६ वरुण १४७ वरुण १५१ वसुंधरा १४५ वसु १४७ वहस्सइ २०६ वाऊ २०६ वासिसेणा १४६ वारुणी ३९ विचित्ता २०६ विजय (देवविशेष) १४७ विजया ५२ विज्जाहर ८८ विणमि (विद्याधर राजा) १४५ विण्हू १४५ विमल देव १४६ १६ २०६ १४७ २०६ २०६ २०६ १४६ १४७ २७९ बम्हा बलाहगा बंभी (आर्या) भग (देवताविशेष) भद्दा भरह (भरत चक्रवर्ती) भरह (देवविशेष भोगमालिनी भोगवई २३ १४७ १४ ८० २०६ १५१
SR No.003460
Book TitleAgam 18 Upang 07 Jambudveep Pragnapti Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Chhaganlal Shastri, Shobhachad Bharilla
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1986
Total Pages482
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Geography, & agam_jambudwipapragnapti
File Size10 MB
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