SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 15
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २०२ २०५ २०६ २०६ २१० २१३ . २१५ २१६ २१८ २१८ २१९ २२० २२१ २२२ पुद्गलज्ञानद्वार अध्यवसायद्वार सम्यक्त्वाभिगमद्वार परिचारणाद्वार अल्पबहुत्वद्वार . पैंतीसवां वेदनापद प्राथमिक पैंतीसवें पद का अर्थाधिकार-प्ररूपण शीतादि वेदनाद्वार द्रव्यादि वेदनाद्वार शारीरादि वेदनाद्वार सातादि वेदनाद्वार दुःखादि वेदनाद्वार आभ्युपगमिकी और औपक्रमिकी वेदना निदा-अनिदा वेदना छत्तीसवाँ समुद्घातपद प्राथमिक समुद्घात के भेदों की प्ररूपणा समुद्घात के काल की प्ररूपणा चौवीस दण्डकों में समुद्घात-संख्या चौवीस दण्डकों में एकत्व रूप से अतीतादि-समुद्घातप्ररूपणा चौवीस दण्डकों में बहुत्व की अपेक्षा अतीत-अनागत समुद्घात चौवीस दण्डकों की चौवीस दण्डक-पर्यायों में एकत्व की अपेक्षा अतीतादि समुद्घात चौवीस दण्डकों की चौवीस दण्डक-पर्यायों में बहत्व की अपेक्षा अतीतादि समुद्घात विविध समुद्घात-समवहत-असमवहत जीवादि का अल्पबहुत्व चौवीस दण्डकों में छाद्मस्थिक समुद्घातप्ररूपणा वेदना एवं कषाय समुद्घात से समवहत जीवादि के क्षेत्र, काल एवं क्रिया की प्ररूपणा मारणान्तिकसमुद्घात में समवहत जीवादि के क्षेत्र, काल एवं क्रिया की प्ररूपणा वैक्रियसमुद्घात से समवहत जीवादि के क्षेत्र, काल एवं क्रिया की प्ररूपणा तैजससमुद्घात-समवहत जीवादि के क्षेत्र, काल एवं क्रिया की प्ररूपणा आहारकसमुद्घात-समवहत जीवादि के क्षेत्र, काल एवं क्रिया की प्ररूपणा केवलिसमुद्घात-समवहत अनगार के निर्जीर्ण अंतिम पुद्गलों की लोकव्यापिता केवलिसमुद्घात का प्रयोजन केवलिसमुद्घात के पश्चात् योगनिरोध आदि की प्रक्रिया सिद्धों के स्वरूप का निरूपण २२५ २२७ २२९ २२९ २३१ २३४ २५० २५५ २६७ २६९ २७२ २७४ २७७ २७८ २८० २८२
SR No.003458
Book TitleAgam 15 Upang 04 Pragnapana Sutra Part 03 Stahanakvasi
Original Sutra AuthorShyamacharya
AuthorMadhukarmuni, Gyanmuni, Shreechand Surana, Shobhachad Bharilla
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1986
Total Pages411
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Metaphysics, & agam_pragyapana
File Size25 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy