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________________ २८८] [प्रश्नध्याकरणसूत्र छत्त साह देश यूप १३२ २३१ छत्र १३२ जाल ज्वाला छरुप्पगय एक कला १४८ जालक जालियां छविच्छेओ हिंसा का २१ वां नाम ९ जाहक कांटों से ढका हुआ शरीर छीरल बाहुओं से चलने वाला जीव १४ वाला जन्तु छुद्दिय पाभरणविशेष २५३ जिणेहिं जिनेन्द्रदेवों द्वारा जक्ख यक्ष- देवविशेष ९२ जीवनिकाया जीवनिकाय जग यकृत-पेट के दाहिनी तरफ जीवियंत रहने वाली मांसग्रन्थि १६ । करणो हिंसा का २२ वां नाम जच्च उत्तम जातीय १३२ जीवंजीवक चकोर पक्षी जणवय ९३ जुय युग, जूवा जत (य)नं यजन अभयदान-अहिंसा जयकरा जुआरी का ४८ वां नाम १६२ जूव जदिच्छाए यदृच्छा जोगसंगहे योगसंग्रह जन्नो यज्ञ, अहिंसा का जोग्ग दो हाथ का यानविशेष४६ वा नाम १६२ युग्य जमपुरिस यमपुरुष-परमाधर्मी देव २९ जोणी योनि-जन्मस्थान जमकवर यमकवर पर्वत १४६ जंत यन्त्र जराउय जरायुज-जड़ के साथ उत्पन्न पानी में पैदा होने वाला होने वाला जीव १३८ तणविशेष जरासंध- जरासन्ध राजा के मान जंबुय शगाल माणमहणा को मथने वाला सुधर्मा गणधर के शिष्य जलगए जल में रहने वाले कीड़े आदि १९ जम्भक-देवविशेष जलमए जलकाय के जीव झय ध्वज जलयर जलचर जल-जन्तु जल्ल जल्लदेश या डोरी पर भाण ध्यान खेलने वाला २५ ठिति स्थिति, अहिंसा का २२वां जल्लोसहि एक प्रकार की लब्धि १६७ नाम जलय जलूका, जौंक डाभ-तृणविशेष जव जौ-जव ११७ डमर संग्राम जवण यवन लोग डाकिन जहण जघन, जंघा डोंव डोंव जाति जाइ जाति, जन्म ५३ डोविलग डोविलक देश जाण यान डंसमसग डांस-मच्छर जाणसाला यानशाला, वाहन आदि ढेणियालग ढेणिकालगरखने का घर एक प्रकार का पक्षी जारिसमो जैसा ५ डिंक ढंक पक्षी २० १२२ जंबू १९ जभग १८४ २६ २१८ PER डब्भ २०८ ०१ २५ डाइणी १३२ २५ २०९
SR No.003450
Book TitleAgam 10 Ang 10 Prashna Vyakaran Sutra Stahanakvasi
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMadhukarmuni, Shobhachad Bharilla
PublisherAgam Prakashan Samiti
Publication Year1989
Total Pages359
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Metaphysics, & agam_prashnavyakaran
File Size25 MB
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