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विषयानुक्रम
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पर भवन निर्माण की तिथियों; पालीताना से पर्यंत तक का मार्ग; चढ़ाई; उपाश्रय मोर मन्दिर; कुमारपाल का मन्दिर; प्रादिनाथ का मन्दिर; गच्छों के पारस्परिक मत भेदों का दुष्परिणाम; मन्दिरों में पुरावस्तुएं; प्रादिनाथ के मन्दिर में गहनों की कुप्रथा; मन्दिर के ऊपर से विहंगम दृश्यावलोकन ; भादिबुद्धनाथजी की मूर्ति; रतनघर का मन्दिर; आदिनाथ की प्रतिमा; जैन तीर्थंकरों और शिव की मूर्तियों में समानता और उनके लिङ्ग; हेंगा पीर की मज़ार; उतराई; देवकी के पुत्रों के मन्दिर; भाट पवित्र पर्वत की सम्पत्ति ; यात्रियों के सङ्घ; पालीताना नाम की व्युत्पत्ति; पुरावस्तुओं का अभाव; सदैवाह और सार्वालगा की प्रेमगाथा; पालीताना का प्राधुनिक इतिहास और वर्तमान दशा ।
प्रकरण --- १५
गौरियाधार; प्रान्त की रूपरेखा; दम्म नगर; कृषि; प्राकला; महामारी का प्रकोप ; अमरेली; काठीक्षेत्र काठियों की पुरुषाकृति; सौराष्ट्र-प्रान्त का अधिपति; सिचाई के यन्त्र; ग्रामों के क्षुद्र दृश्य; मृगमरीचिका देवला; एक काठी सरदार; पूर्वीय और पश्चिमी जातियों के रीति-रिवाजों में समानता; जेसाजी की कथा; एक डाकू का सन्त में परिवर्तन; गढ़िया; काठियों की प्रादतें; पाण्डवों का शरणस्थल ; कुन्ती की कथा; बलदेव की मूर्ति ; तुलसीश्याम; कृष्ण श्रौर दैत्य का युद्ध; मन्दिर; हमारे मानचित्रों में प्रदर्शित इस भाग का गलत भूगोल; दोहन; खनिज ;. सूचनाएं : कोरवार; चरवाहे; श्रेष्ठ पशुधन; मूल द्वारका का पवित्र पर्वत; शूद्रपाड़ा; कृषकबस्ती में सुधार; सूर्यमन्दिर; सरस्वती का उद्गम ।
२८६-३१४
प्रकरण - १६.
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पट्टण सोमनाथ अथवा देवपत्तन; इसकी प्रसिद्धि; सूर्य-मन्दिर; सिद्धेश्वर का मन्दिर; कन्हैया की कथा; उनकी निर्वारण-स्थली; भीमनाथ का देवालय; कोटेश्वर महादेव के मन्दिर में पाषाण- निर्मित त्रिशूल; प्राचीन नगर का वर्णन मूल वास्तु; नुकीली मेहराब; सोमनाथ के मन्दिर का वर्णन; दृश्य की सुन्दरता; मूर्तिभञ्जक मह मूद का नाम नगर में प्रज्ञात; सोमनाथ के नगर के पतन की कथा से सम्बद्ध हस्तलिखित ग्रन्थ; महमूद से पूर्व विध्वंस के चिह्नन; दो नये संवत्सर; प्राधुनिक नगर । ३३६-३६६
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३१५-३३८
प्रकरण - १७
दूरी के ज्ञान में प्राचीन सभ्यता के सूचक सूत्र; मिट्टी की किस्म; मन्दिर और शिलालेख; निवासी; चोरवाड़; ग्रहीर; मालिया; ऊन्याला अथवा उणियारा; जूनागढ़; प्राचीन इतिहास एवं वर्तमान दशा; प्राचीन दुर्ग का विवरण यादवों का सरोवर ; बाहरबाट की गुफा; प्रस्पष्ट अक्षर; गिरनार का प्राचीन शिलालेख ; लिपि और
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