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प्रकरण -१
प्राक्कथन ; यात्रा का उद्देश्य; ग्रन्थकर्ता के भारत छोड़ने का कारण; ग्रन्थकर्ता के प्रति देशी राजानों की श्रादर-भावना; बम्बई के लिए प्रस्तावित मार्ग ।
१-७
प्रकरण - २
उदयपुर से प्रस्थान; गोगुंदा के दर्श में प्रवेश प्रान्त की छवि; घस्यार; कृष्ण का एकान्तवास; सेवकों की विदाई जलवायु में सुधार; बरूनी दर्रा का मन्दिर; पहाड़ियों का भूगर्भशास्त्र; गोगुंदा; राजस्व; कृषि; गोगुरौंदा का सरदार; उदयपुर और गोगुंदा के घरानों में वैवाहिक सम्बन्ध; राजपूताना में बेमेल सम्बन्धों का परिणाम; कोठारिया के राव; सैमूर; अरावली की छवि और जलवायु; वनस्पति; कृषि; पहाड़ी राजपूतों के चरित्र; गाँवों के मुखिया; उनकी परम्परागत कथाएं; पोशाक निवास बनास का उद्गम; नदी का भांख्यान; अरावली का पश्चिमी ढाल ; दर्श की महिमा ; वनस्पति; फल-फूल ।
प्रकरण -३
विषयानुक्रम
प्रकरण -४
ग्रन्थकर्ता के प्रति सेवकों का कृतज्ञभाव; घाटी की संकड़ाई; समाधि का पत्थर; मीणों की चढ़ाई; भीलों की शक्ति व उनका स्वभाव रहन-सहन; उद्गम मोर भाषा; जंगली भील; दन्तकथा; भारत के प्रादिवासी भीलों के अन्धविश्वास; भीलों की धार्मिक आस्था एवं देश-भक्ति; उनके चरित्र में परिवर्तन के कारण; सरणा या देवस्थान; स्लूंबर का राव और उसका भील घातक मासामी; लुटेरे भीलों को फाँसी ; सरिया लोग, उनका स्वभाव और रहन-सहन ।
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८-२६
बीजीपुर [विजयपुर ]; अरावली का दृश्य; ऋतु की प्रतिकूलता, रायपुर [राणपुर ] जी का मन्दिर; सिक्के ; पुराने कस्बे; जैन साधुयों के प्रति राणाजी का सम्मान; बीजीपुर की भ्याद [भायात]; सीरिया प्रोर सौर प्रायद्वीप के बीच धार्मिक विचारों का
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