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...............चौथा अध्याय............४३
४९-ग्रहों की एक एक पल्योपम की उत्कृष्ट स्थिति है। . ५०-नक्षत्रों की उत्कृष्ट स्थिति आधे पल्योपम की है।
५१. ताराओं की उत्कृष्ट स्थिति एक पल्योपम के चौथे भाग परिमाण है।
५२–ताराओं की जघन्य स्थिति एक पल्योपम के आठवें भाग परिमाण है।
५३–ताराओं के सिवाय बाकी के ज्योतिष्कों की जघन्य स्थति एक पल्योपम का चौथा भाग परिमाण है।
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