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सन्मति साहित्य रलमाला का ५ श्वाँ रल
वार्थ-सूत्र
[ संक्षिप्त हिन्दी अनुवाद]
सम्पादक श्रद्धेय प्रवर्तक पूज्यश्री पृथ्वीचन्दजी महाराज
के सुशिष्य मुनिश्री अमोलकचन्दजी 'अखिलेश'
समति ज्ञान
श्री सन्या
आगरा प्रकाशक :
सन्मति ज्ञानपीठ, आगरा
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