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बोल बीसवाँ षद्रव्य के तीस भेद
धर्मास्तिकाय के पाँच भेदं १. द्रव्य से एक २. क्षेत्र से लोक-प्रमाण ३. काल से आदि-अन्त-रहित ४. भाव से वर्ण-गन्ध-रस-स्पर्श-रहित अरूपी, अजीव,
शाश्वत, लोक-व्यापी ५. गुण से चलन गुण, जल में मछली का दृष्टान्त ।
अधर्मास्तिकाय के पाँच भेद १. द्रव्य से एक २. क्षेत्र से लोक-प्रमाण ३. काल से आदि-अन्त-रहित ४. भाव से वर्ण-गन्ध-रस-स्पर्श-रहित, अरूपी, अजीव, ___शाश्वत, लोकव्यापी । ५. गुण से स्थिर गुण, श्रान्त पथिक को छाया का
दृष्टान्त
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