SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 113
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ १०४ : आदर्य कन्या अपनी शक्ति और सामर्थ्य से बाहर उपवास नहीं करना चाहिए । दूध पोते बालक को माता को उपवास नहीं करना चाहिए। दुर्बल क्षीण-काय रोगी को उपवास नहीं करना चाहिए। गर्भवती स्त्री को उपवास नहीं करना चाहिए। लड़-झगड़ कर कलह में उपवास नहीं करना चाहिए। उपवास में क्रोध नहीं करना । उपवास में अहंकार वहीं करना । उपनास में निन्दा बुराई नहीं करना । xxx उपवास में ब्रह्मचर्य अवश्य पालना चाहिए। उपवास में स्वाध्याय अवश्य करना चाहिए । उपवास में आत्म स्वरूप का विचार करना चाहिए। उपवास में पापों की आलोचना करनी चाहिए । उपवास के दिन अनाव-श्रृंगार नहीं करने चाहिए। उपवास के दिन सिनेमा आदि नहीं देखने चाहिए। उपवास के दिन गन्दे उपन्यास नहीं पढ़ने चाहिए। xxx उपवास करने से पहले गरिष्ठ भोजन नहीं करना। उपवास करने से पहले अधिक भोजन नहीं करना । उपवास करने से पहले चटपटा सुस्वाद भोजन नहीं करना । Jain Education International For Private & Personal Use Only ___www.jainelibrary.org
SR No.003413
Book TitleAdarsh Kanya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherSanmati Gyan Pith Agra
Publication Year1994
Total Pages120
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Sermon, & Conduct
File Size4 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy