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________________ २ : आदर्श कन्या तो अमुक कार्य न किया जाय - यह व्रत नहीं है, दम्भ हो सकता है ! छल हो सकता है ! पर सत्य नहीं । हाँ तो विचार जीवन का वैभव है । बस वैभव से हम अपनी रक्षा कर सकते हैं । विचार शक्ति : उपर्युक्त दोनों उदाहरणों से हम इस निश्चित मत पर पहुँचे हैं, कि मानव जीवन के निर्माण में विचारों का बहुत बड़ा स्थान है । विचारों की शक्ति भाप और बिजली से भी बड़ी है, विराट है, व्यापक है | आपको पता ही है- इस द्वितीय विश्व युद्ध में परमाणु शक्ति को कितना महत्व मिला है ? इस सम्बन्ध में जापान में गिराए गये परमाणु बम का उदाहरण सुप्रसिद्ध ही है । परन्तु विचार शक्ति के आगे तो परमाणु बम की शक्ति भी फीकी पड़ जाती है । आखिर परमाणु शक्ति का पता किसने लगाया ? मनुष्य की विचार-शक्ति ने ही तो ! तो यह सिद्ध हुआ, कि विचारों की शक्ति बहुत बड़ी है । मनुष्य को अपनी इस महान शक्ति पर बहुत अधिक ध्यान रखने की आवश्यकता है । जिस प्रकार संसार में प्राप्त की जाने वालो कोई भी शक्ति, भलाई और बुराई दोनों में ही प्रयुक्त की जा सकती है, इसी प्रकार विचार भी दोनों ओर ही अपना कार्य बराबर करते हैं नेक विचार मनुष्य को ऊँचा उठाते हैं, और बुरे विचार नीचे गिराते हैं। इसलिए उन्नति पथ के प्रत्येक पथिक को, चाहे पुरुष हो या नारी - सच्ची सलाह यही है, कि वह अपने हृदय की तिजोरी में सुन्दर विचारों का संग्रह करें। # अच्छे विचार : मैं इस पुस्तक की पाठक पुत्रियों से भी कहना चाहता हूँ, तुम अपने विचारों की प्रबल शक्ति को व्यर्थ नष्ट न होने दो । अपने For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org Jain Education International
SR No.003413
Book TitleAdarsh Kanya
Original Sutra AuthorN/A
AuthorAmarmuni
PublisherSanmati Gyan Pith Agra
Publication Year1994
Total Pages120
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Sermon, & Conduct
File Size4 MB
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