SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 25
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ सिंघीजीकी पहली श्राद्ध तिथि विदेश यात्रा से मेरा प्रत्यागमन सिंघीजीका पहला आमंत्रण शान्तिनिकेतनका प्रथम दर्शन सिंघीजी से पहली भेट मेरा मनोमन्थन और कार्य निर्णय सिंघजी कुटुम्बका धार्मिक भाव सिंघीजीके व्यक्तित्वका मेरे मनपर प्रभाव मेरा कार्य स्वीकार और स्थान निर्णय कलकत्ते से मेरा प्रत्यागमन और जेलनिवास अनुक्रम सिंघीजीका पत्र और मनोभाव नासिक जेलके अनुभव शान्तिनिकेतन में जैन छात्रावास सिंघी जैन ग्रन्थमालाका प्रारंभ जैन छात्रालयका कार्यारंभ शान्ति निकेतन में स्वतंत्र स्थान बनानेका विचार छात्रालयकी निष्फलता ग्रन्थमालाका पहला ग्रन्थ प्रकाशित हुआ मेरे स्वास्थ्य की शिथिलता केशरीयाजी तीर्थ सम्बन्ध में श्रीशान्तिविजयजी महाराजका अनशन मेरा उदयपुर जाना मेरा कुछ समय बम्बई में निवास सिंघीजीके साथ फिर उदयपुर जाना केशरीयाजी केसके स्वरूपका परिज्ञान सकी कार्रवाई का सारा भार सिंघीजी पर कॉन्सलों का बदलना उदयपुर में श्री मोतीलालजी सेतलवड श्रीमुन्शीजीका उदयपुर आना केसके कामकी समाप्ति उदयपुरके कुछ स्थानोंका निरीक्षण सिंघीजीकी उदयपुरमें आर्थिक उदारता उदयपुरसे चित्तोडको प्रस्थान नगरी नामक प्राचीन स्थानका निरीक्षण चित्तोडसे बामणवाडा तीर्थको श्री शान्ति विजजी महाराजकी सेवामें मेरा शान्तिनिकेतन छोडना सिंघीजीके निवासस्थानका परिवर्तन मेरा कलकत्ता जाना Jain Education International -३ For Private & Personal Use Only 9 २ ३ १० ११ १२ १३ १५ १६ १६ २० २१ २२ २३ २४ २५ २६ २८ २८ २९ ३० ३२ ३३ ३५ ३५ ३६ ३७ ३७ ३९ ४० ४२ ४२ ४३ www.jainelibrary.org
SR No.003403
Book TitleBhartiya Vidya Part 03
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJinvijay
PublisherBharatiya Vidya Bhavan
Publication Year
Total Pages408
LanguageHindi, Sanskrit, Gujarati
ClassificationBook_Devnagari
File Size13 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy