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ठकुररूविरचित ज्योतिषसार
ज्योतिषसार ग्रन्थनिर्दिष्टानां यत्र - चक्र - कुण्डलिकादीनां स्थापना यथा
२४ तमे पत्राङ्के सूचितं पञ्चशलाकायन्त्रमिदम्
२५ तमे पत्राङ्के सूचितं 'इकरगल' चक्रमिदम् ।
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परिघचक्रमिदम् !
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परिघ * चक्रम्
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