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७१ (क)
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सुपाश्र्वक
७क (३३१प्रा१)
वृक (धृतक) यादवी बाहु (असित) केशिनी सगर=सुमति
चित्ररथ
क्षेमधि
साठ हजार पुत्र
असमंजस
समरथ
अंशुमान् दिलीप (प्रथम)
२ ]
सत्यरथ
उफ्गुरु
[
भगीरथ
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उपगुप्त
श्रुत
वस्वनंत
नाभ (नाभाग)
युयुध
अंबरीष
सुभाषण
सिंधुद्वीप
श्रुत
जय
अयुताश्व (अयुतायु, अयुताजित) ऋतुपर्ण सर्वकाम (आर्तपर्णी)
विजय
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