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निशीथ-छेदसूत्रम् -३- १६/१०९७ [भा.५९००] हरिए बीए चले जुत्ते, वत्थे साणे जलट्टिते।
पुढवीऽसंपातिमा सामा, महावाते महिताऽमिते ।। चू-ओहनिब्रुत्तिमादीसुअनेगसो गतत्था । एस उवही अव्वोकडो भणिओ । विभागतो पुण उवही दुविहो - ओहिओ उवग्गहितो य । जिणाणं परिहारविसुद्धियाणं अहालंदियाणं पडिमापडिवण्णगाणं, एतेसिं ओहितो चेव उवही । जिनकप्पिया दुविहा - पाणिपडिग्गही, पडिग्गहधारी य । पाणिपडिग्गही दुविहा-पाउरणवजिया, सहिया य। पाउरणवजियाणं दुविहो • रयहरणं मुहपोत्तिया य । पाउरणसहियाणं तिविहं, चउब्विहं, पंचविहं । पडिग्गहधारी वि पाउरणवजिओ पाउरणसहितो वा । पाउरणवज्जियस्स नवविहो । पाउरणसहियस्स दसविहो एककारसविहो बारसविहो य । परिहारविसुद्धिगादी नियमा पडिग्गहधारी पाउरणं । धितिसंघयणअभिग्गहविसेसओभयणिज्जं । अहालंदियाण विसेसो गच्छे पडिबद्धा अप्पडिबद्धा वा होज । इमं थेरकप्पियाणं[भा.५९०१] चोद्दसगं पणुवीसा, ओहोवधुवग्गहो यऽनेगविहो ।
संथारपट्टमादी, उभयो पक्खे विनायव्वो॥ चू-थेरकप्पियाणं ओहोवही चोद्दसविहो । संजतीण ओहोवही पनवीसविहो । उभयपक्खे त्ति साधुसाधुणीणं उवग्गहिओ उवही संथारंगपट्टादि अनेगविहो भवति ॥
मू. (१०९८) जे भिक्खू अनंतरहियाए पुढवीए जीवपइट्ठिए सअंडे सपाणे सबीए सहरिए सओस्से सउदए सउत्तिंग-पनग-दग-मट्टिय-मक्कडासंताणगंसि, दुब्बद्धे, दुनिखित्ते, अनिकपे, चलाचले उचारपासवणं परिट्टवेइ, परिहवेंतं वा सातिजति ।।
मू. (१०९९)जे भिक्खू ससणिद्धाए पुढवीए जीवपइटिए सअंडे सपाणे सबीए सहरिए, सओस्से सउदए सउत्तिंग-पणग-दग-मट्टियमकडासंताणगंसि दुब्बद्धे, दुनिखिते, अनिकंपे, चलाचले उच्चारपासवणं परिट्टवेइ, परिहवेंतं वा साइजइ ।।
मू. (११००) जे भिक्खू ससरक्खाए पुढवीए जीवपइदिए सअंडे सपाणे सबीए सहरिए सओस्से सउदए सउत्तिंग-पणग-दग-मट्टिय-मक्कडासंताणगंसि दुब्बद्धे,दुनिखित्ते, अनिकपे, चलाचलें उच्चारपासवणं परिहवेइ, परिहवेंतं वा सातिजति ॥
मू.(११०१) जे भिक्खू मट्टियाकडाए पुढवीए जीवपइट्ठिए सअंडे सपाणे सबीए सहरिए सओस्से सउदए सउत्तिंग-पणग-दग-मट्टिय-मक्कडासंताणगंसि दुब्बद्धे, दुनिखित्ते, अनिकपे, चलाचले उच्चारपासवणं परिहवेइ, परिहवेंतं वा सातिजति ।।
मू. (११०२) जे भिक्खू चित्तमंताए पुढवीए जीवपइट्ठिए सअंडे सपाणे सबीए सहरिए सओस्से सउदए सउत्तिंग-पनग-दग-मट्टिय-मक्कडासंताणगंसि दुब्बद्धे, दुन्निखित्ते, अनिकपे, चलाचले उच्चारपासवणं परिहवेइ, परिहवेंतं वा सातिजति ॥
मू. (११०३) जेभिक्खूसिलाए जीवपइट्टिएसअंडे सपाणे सबीए सहरिएसओस्से सउदए सउत्तिंग-पनग-दग-मट्टिय-मक्कडासंताणगंसिदुब्बद्धे, दुनिखित्ते, अनिकंपे, चलाचले उच्चारपासवर्ण परिहवेइ, परिहवेंतं वा सातिजति ।।
मू. (११०४)जे भिक्खू लेलूए जीवपइट्ठिए सअंडे सपाणे सबीए सहरिए सओस्से सउदए
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