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"आगमसुत्ताणि-सटीकं" मग १ थी 30 नुविव२५
समाविष्टाआगमाः
आगमसुत्ताणि भाग-१
भाग-२
आयार सूत्रकृत स्थान
भाग-३
भाग-४
समवाय
भाग-५-६ भगवती (अपरनाम च्याख्याप्रज्ञप्ति) भाग-७
ज्ञाताधर्मकथा, उपासकदशा, अन्तकृद्दशा, अनुत्तरोपपातिकदशा,
प्रश्नव्याकरण भाग-८
विपाकश्रुत, औपपातिक, राजनश्निय भाग-९
जीवाजीवाभिगम भाग-१०-११ प्रज्ञापना भाग-१२ सूर्यप्रज्ञप्ति, चन्द्रप्रज्ञप्ति भाग-१३ जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति भाग-१४ निरवायलिका, कल्पयतंसिका, पुष्पिका, पुष्पचूलिका वहिदशा,
चतुःशरण, आतुरप्रत्याख्यान, महाप्रत्याख्यान, भक्तपरिज्ञा,
तन्दुलक्वारिक, संस्तारक, गच्छाचार, गणिविद्या, देवेन्द्रस्तव, मरणसमाधि भाग-१५-१६-१७ नीशीथ भाग-१८-१९-२० बृहत्कल्प भाग-२१-२२ व्यवहार भाग-२३ दशाश्रुतस्कन्ध, जीतकल्प, महनिशीथ भाग-२४-२५ आवश्यक भाग-२६ ओघनियुक्ति, पिण्डनियुक्ति भाग-२७ दशवकालिक भाग-२८-२९ उत्तराध्ययन भाग-३० नन्दी, अनुयोगद्वार
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