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"आगमसुत्ताणि-सटीकं" म
१ थी उ०नु विवरण
आगमसुत्ताणि
समाविष्टाआगमा:
भाग-१
भाग-२
भाग-३
भाग-४
भाग-५-६
भाग-७
भाग-८
आयार
-- - - ------ सूत्रकृत
------ -- - स्थान समवाय
--- - ----- |भगवती (अपरनाम व्याख्याप्रज्ञप्ति) ज्ञाताधर्मकथा, उपासकदशा, अन्तकृद्दशा, अनुत्तरोपपातिकदशा, प्रश्नव्याकरण |विपाकश्रुत, औपपातिक, राजप्रश्निय जीवाजीयाभिगम प्रज्ञापना सूर्यप्रज्ञप्ति, चन्द्रप्रज्ञप्ति जम्बूद्वीपप्रज्ञप्ति निरवायलिका, कल्पवतंसिका, पुष्पिका, पुष्पचूलिका वण्हिदशा, चतुःशरण, आतुरप्रत्याख्यान, महाप्रत्याख्यान, भक्तपरिज्ञा, तन्दुलकैचारिक, संस्तारक, गच्छाचार, गणिविद्या, देवेन्द्रस्तव, मरणसमाधि
भाग-९ | भाग-१०-११
भाग-१२
भाग-१३
भाग-१४
भाग-१५-१६-१७
भाग-१८-१९
भाग-२१-२२
भाग-२३
भाग-२४-२५
बृहत्कल्प व्यवहार | दशाश्रुतस्कन्ध, जीतकल्प, महनिशीथ आवश्यक ओघनियुक्ति, पिण्डनियुक्ति दशवैकालिक उत्तराध्ययन नन्दी, अनुयोगद्वार
भाग-२६
भाग-२७ भाग-२८-२९ भाग-३०
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