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नियुक्तिमूलसूत्रस्य विषयानुक्रमः
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ओघनियुक्तिर्विषयानुक्रमः पिण्डनियुक्तिर्विषयानुक्रमः मूलाङ्कः | विषयः पृष्ठाङ्क: मूलाङ्कः विषयः | पृष्ठाङ्कः १-२० मंगलं, प्रस्तावना गाथा | ३ १-१०० पिण्ड
२३७ -५४६ प्रतिलेखनाद्वारम् | १४ | -४३५ / उद्गम |-१००६ पिण्डद्वारम्
| -५५७ / उत्पादन
३५८ -१११४) उपधिप्रमाण द्वारम् | २१४ -६७७ एषणा
३८४ |-११३९ अनायतनवर्जन द्वारम् २३० -६८३ संयोजना |-११४२ प्रतिसेवना द्वारम् २३३ / -६९६ | प्रमाण
४११ |-११४६ आलोचनाद्वारम् २३४ -७०२] अङ्गार-धुम्र
४१३ |-११६० | विशोधिद्वारम् २३५ /-७१२ | उपसंहार
४१४
४०९
-
ओघनियुक्तिः ० मूल गाथा ८११ O भाष्य गाथा ३२२ 0 प्रक्षेप गाथा ३२
पिण्डनियुक्तिः ० मूल गाथा ६७१ O भाष्य गाथा ३७ प्रक्षेप गाथा ६
१९६५
७१४
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