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१२ अंगुल
अनुभूमिका खारी
१६ द्रोण (१६० सेर)। गोणी
०१ खारी। भार
ढाई मण। महाभार
२५ मण (एक गाड़ी का बोझा)। आचित
२५ मण (शाकट-भार)।
(४) प्रमाण (आयाम) ०८ यव
१ अंगुल (३ इंच)।
१ वितस्ति या दिष्टि (९ इंच)। ०२ वितस्ति
१ अरलि (डेढ़ फुट)। ४२ अंगुल
१ किष्कु (२ फुट साढ़े सात इंच)। ८४ अंगुल
१ खात पौरुष (पांच फुट चार इंच) खाई का प्रमाण । १९२ अंगुल
१ दण्ड या काण्ड (१२ फुट)। १० दण्ड
१ रज्जु (४० गज)। २१६ अंगुल १ हस्ती (१३ फुट ६ इंच)।
(५) परिमाण (सुवर्ण मुद्रा) निष्क
१६ माशे का सिक्का।
एक कर्ष १० गुंजा (रत्ती)। कार्षापण
८० रत्ती।
(६) परिमाण (रजत मुद्रा) शतमान
१०० रत्ती का सिक्का। शतपथ (५ ।५ ।५।१६) के अनुसार
एक सुवर्ण मुद्रा। (२) शाण
साढ़े बारह रत्ती का सिक्का 'अष्टौ शाणा: शतमानं वहन्ति' (महाभारत आरण्यक पर्व १३४ १४)
८ शाण-१ शतमान (३) कार्षापण
३२ रत्ती चांदी का सिक्का मनुस्मृति ८।१।३५-३६
के अनुसार धरण एवं राजत पुराण। (४) कार्षापण
१ कर्ष (८० रत्ती) का ताम्बे का सिक्का ।
(७) कार्षापण की खरीज १. कार्षापण एवं पण ३२ रत्ती चांदी का सिक्का। २. अर्धपण
१६ रत्ती चांदी का सिक्का ।
सुवर्ण
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