SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 308
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ २६५ तृतीयाध्यायस्य तृतीयः पादः भविष्यत्कालप्रत्ययप्रकरणम् गमी-आदयः (१) भविष्यति गम्यादयः।३। प०वि०-भविष्यति ७।१ गमी-आदय: १।३। स०-गमी आदिर्येषां ते गम्यादयः (बहुव्रीहिः)। अन्वय:-गम्यादय: शब्दा भविष्यति काले। अर्थ:-गम्यादय: शब्दा भविष्यति काले साधवो भवन्ति । उदा०-ग्रामं गमी। आगामी। प्रस्थायी। प्रतिरोधी। प्रतिबोधी। प्रतियोधी। प्रतियोगी। प्रतियायी। आयायी। भावी। आर्यभाषा-अर्थ-(गम्यादयः) गमी आदि शब्दों को (भविष्यति) भविष्यत्काल अर्थ में साधु-ठीक समझना चाहिये। उदा०-ग्रामं गमी। गांव जानेवाला। आयामी। आनेवाला। प्रस्थायी। प्रस्थान करनेवाला। प्रतिरोधी। रोकनेवाला। प्रतिबोधी। समझनेवाला। प्रतियोधी। मुकाबले में लड़नेवाला। प्रतियोगी। मुकाबला करनेवाला। प्रतियायी। वापिस जानेवाला। आयायी। आनेवाला। भावी। भविष्यत् में होनेवाला। सिद्धि-(१) गमी। गम्+इनि। गम्+इन् । गमिन्+सु। गमीन्+सु । गमीन्+० । गमी। यहां 'गम्ल गतौ' (भ्वा०प०) धातु से भविष्यत्काल में गमेरिनि:' (उ० ४१६) से इनि प्रत्यय है। सौ च' (६।४।१३) से नकारान्त अग की उपधा को दीर्घ होता है। 'हल्याब्भ्यो०' (६।१।६६) से 'सु' का लोप और नलोप: प्रातिपदिकान्तस्य' (८।२७) से न्' का लोप होता है। (२) आगामी। यहां आङ् उपसर्गपूर्वक 'गम्ल गतौ' (भ्वा०प०) धातु से पूर्ववत् 'इनि' प्रत्यय है। 'आङि णित्' (उ० ४१७) से 'इनि' प्रत्यय णिद्वत् होता है। अत: 'अत उपधाया:' (७।२।११६) से गम् धातु को उपधावृद्धि होती है। (३) प्रस्थायी। यहां प्र उपसर्गपूर्वक छा गतिनिवृत्तौ' (भ्वा०प०) धातु से सुप्यजातौ णिनिस्तिच्छील्ये' (३।२।७८) से णिनि प्रत्यय है। 'आतो युक् चिण्कृतो:' (७।३।३३) से युक्’ आगम होता है। (४) प्रतिरोधी। प्रति उपसर्गपूर्वक रुधिर् आवरणे' (रुधा०प०) धातु से पूर्ववत् । (५) प्रतिबोधी। प्रति उपसर्गपूर्वक बुध अवगमने' (भ्वा०प०)। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.003297
Book TitlePaniniya Ashtadhyayi Pravachanam Part 02
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSudarshanacharya
PublisherBramharshi Swami Virjanand Arsh Dharmarth Nyas Zajjar
Publication Year1997
Total Pages590
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari
File Size22 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy