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निरसप्ततिहा। तह चेव जंबुदीवे, धायइसंडे य पुक्खरद्धे अ। भाहेरवयविदेहे, गामागरनगरमाईसु॥५॥ सुरमणुएहि कयाओ, चेहअगिहचेइएसु जा पडिमा। उकोस पंच धणुसय, जाव य अंगुठ्ठपव्वसमा ॥६॥ बहुकोडिकोडिलकखा, ताओ चिय भावओ अहं सव्वा। समगं चिय पणमामि, न्हवेमि पूएमि झाएमि ॥७॥ चउदसपय अडचत्ता, तिमहिअतिसई सयं च अडनउअं। चउगइ दसगुण मिच्छा, पण सहसा छ सय तीसाय ॥८॥ नेरइआ सत्सविहा, पजअपनत्तणेण चउदसहा । अडचसाई संखा, तिरिनरदेवाण पुण एवं ॥९॥ भूदग्मिवाउणंता, कीसं सेसतर विमल अटेव । गन्मेयर पज्जेयर, जलथलनहउरभुआ वीसं ॥१०॥ पारस तीस छपन्ना, कम्माकम्मा तहतरद्दीवा। गम्मा पन्ज अपजा, मुच्छ अपज्जा तिसय तिन्नि ॥११॥ भवणा परमा जंभय, वणयर दस पनर दस य सोलसगं। गइ टिइजोइस दसगं, किब्बिस तिग नव य लोगंता॥१२॥ कम्पा गेविजणुत्तर, बारस नव पण पजत्तमपजत्ता। अडनउअसयं अभियवत्तियमाईहि दसगुणिआ॥१३॥ अभिहयपयाइ दहगुण, पण सहसा छ सयलीसई भेआ। ते सगदोसागुणा, कारस सहस दोसया सही ॥१४॥ मणासकाए मुणिमा सित्तीस.सहसा सत्तसयसीम। करकारवाहाहर लाख सहसो तिसयामला ॥१॥
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