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श्री जगवल्लभ पार्श्वनाथाय नमः श्री लब्धि भुवनतिलक गुरुवे नमः
प्रेरक
पू. कर्नाटक केशरि आचार्य श्री भद्रंकर
सूरिश्वरजी महाराज
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संपादक
पू. पंन्यास प्रवर
प श्री पुण्यविजयजी वि गणीवर
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