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10. | जैनधर्म का यापनीय सम्प्रदाय | पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, | 1994
| वाराणसी 11. | तत्त्वार्थसूत्र और उसकी परम्परा | पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, | 1994
वाराणसी 12. अनेकान्त, स्याद्वाद और सप्तभंगी | पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, | 1990
वाराणसी | सागर जैन विद्या भारती भाग 1 पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी
1994 14. / सागर जैन विद्या भारती भाग 2 पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 15. | सागर जैन विद्या भारती भाग 3 पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 16. | सागर जैन विद्या भारती भाग 4 पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी
| सागर जैन विद्या भारती भाग 5 पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 18. | सागर जैन विद्या भारती भाग 6 | पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी
| सागर जैन विद्या भारती भाग 7 | पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 21. | Doctoral Dissertations in Jainism and | पार्श्वनाथ विद्याश्रम शोध संस्थान, | 1983 Buddhism (With Dr. A.P.Singh | वाराणसी
1995 गुणस्थान सिद्धान्त : एक विश्लेषण पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 1996
जैन धर्म और तांत्रिक साधना पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 1997 | अहिंसा की प्रासंगिकता
पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 2002 25. | स्थानकवासी जैन परम्परा का इतिहास पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी 2003 26. | An Introduction to Jaina Sadhana P.V.R. I Varanasi
1995 27. | Jaina literature & Philosophy P.V.R. I Varanasi
1999 Peace, Religious Harmony and | Prachya Vidyapeeth, Shajapur | 2001 Solution of World Problems from | P.V.R.IVaranasi Jaina Perspective Jain Philosophy of language | P.V.R.IVaranasi
2005 Tran. by Prof. S. Verma
Prakrit Bharti, Jaipur P.V.R.IVaranasi
2007
30. | Rishibhashita:A study 31. | Jain Religion : Its Historical
Journey of Evolution 32. Keynote Address at Ram Krishna
Mission, Calcutta 33. / डॉ. सागरमल जैन अभिनंदन ग्रंथ
डिॉ. सागरमल जैन के लेखों का संग्रह) (डॉ. सुदर्शनलाल जैन के साथ)
पार्श्वनाथ विद्यापीठ, वाराणसी
1998
डॉ. सागरमल जैन - एक परिचय : 22
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