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सन
1983
1986
11986
डॉ. सागरमलजी जैन सा. के मार्गदर्शन एवं निर्देशन में शोधार्थियों द्वारा किए गए
. शोधकार्यों का विवरण - क्र. शोधार्थी शोध का विषय 1. डॉ. भिखारीराम यादव जैन तर्कशास्त्र के सप्तभंगीयनय की आधुनिक 1983
व्याख्या (का.हि.वि.वि., वाराणसी) 2. डॉ. अरूणप्रताप सिंह जैन और बौद्ध भिक्षुणी संघ का उद्भव, विकास
एवं स्थिति (का.हि.वि.वि., वाराणसी)। 3. |डॉ. रविशंकर मिश्र महाकवि कालिदासकृत मेघदूत और जैन कवि 1983
| मेरूतुंगकृत जैन मेघदूत का साहित्यिक अध्ययन
(का.हि.वि.वि., वाराणसी) ___4. महो. चन्द्रप्रभसागर सयमसुन्दर : व्यक्तित्व एवं कृतित्व (हिन्दी साहित्य |1986
सम्मेलन, प्रयाग द्वारा महोपाध्याय की पदवी हेतु)
(का.हि.वि.वि., वाराणसी) 5. डॉ. रवीन्द्रनाथ मिश्र जैन कर्म सिद्धान्त का ऐतिहासिक विश्लेषण
(का.हि.वि.वि., वाराणसी) 6. डॉ. रमेशचन्द्र गुप्त तीर्थकर, बुद्ध और अवतार की अवधारणाओं का
तुलनात्मक अध्ययन (का.हि.वि.वि., वाराणसी) 7. डॉ. कमलप्रभा जैन प्राचीन जैन साहित्य में वर्णित आर्थिक जीवन : [1986
एक अध्ययन (का.हि.वि.वि., वाराणसी) 8. डॉ. महेन्द्रनाथ सिंह उत्तराध्ययन और धम्मपद का तुलनात्मक अध्ययन
(का.हि.वि.वि.. वाराणसी) 9. डॉ. त्रिवेणीप्रसाद सिंह जैनदर्शन के परिप्रेक्ष्य में मानव व्यक्तित्व का वर्गीकरण 1987
(का.हि.वि.वि., वाराणसी) 10./ डॉ. उमेशचन्द्र सिंह जैन आगम साहित्य में शिक्षा, समाज एवं अर्थव्यवस्था 1987
(का.हि.वि.वि., वाराणसी) 11. डॉ. रज्जन कुमार जैनधर्म में समाधिमरण की अवधारणा
|1987 (का.हि.वि.वि., वाराणसी) 12. डॉ.(श्रीमती) रीता सिंह प्राकृत और जैन संस्कृत साहित्य में कृष्ण कथा 11989
(का.हि.वि.वि., वाराणसी) 13. डॉ. इन्द्रेशचन्द्र सिंह जैन साहित्य में वर्णित सैन्यविज्ञान एवं युद्धकला
(का.हि.वि.वि., वाराणसी) 14. डॉ. श्रीनारायण दुबे जैन अभिलेखों का सांस्कृतिक अध्ययन
(का.हि.वि.वि., वाराणसी)
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1990
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डॉ. सागरमल जैन- एक परिचय : 17
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