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क्षेमकीर्ति
मानतुंगाचार्य
धर्मकुमार
विवेकसागर
( ३४ )
आगमिक वृहत्कल्पसूत्र (भद्रबाहु ) विवृति
१३३२
श्रेयांस चरित्र
शालिभद्र चरित्र (१३३८) सम्यक्वालंकार,
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प्रभाचन्द्रसूरि
भालचन्द्र
माणिक्यसरि
उदयप्रभसूरि (विजयसेन के शिष्य)
मल्लिषेण ( उदयप्रम के शिष्य) जिनप्रभसूरि
चरित्र
وا
आगमिक
कथा-चरित्र पुण्यसार कथानक
चरित्र
उपदेश
शकुन
काव्य
वार्शनिक
आगमिक
स्याद्वाद मंजरी (१३४९ ) विधिप्रपा सामाचारी, १३६३. संदेहविषीषधि ( कल्पसूत्रटीका) साधु प्रतिक्रमणसूत्र वृत्ति १३६४ आवश्यक सूत्रावचूरि कातंत्र व्याकरण पर विभ्रम टीका १३५२ व्याकरणं चरित्र द्वयाश्रयकाव्य (श्रेणिक चरित्र१३५६)
व्याकरण
प्रभावक चरित्र १३३८
विषयनिग्रहकुलक वृति शकुनसारोद्धार १३३८
कल्पस्तोत्रादि विविधतीर्थकल्प सातसी स्तवन, गौतमस्तोत्र, २४ जिनस्तुति, अजिनराज स्तवन प्रा० द्विअक्षरस्तवन (नेमिनाथ ), पंचपरमेष्ठिस्तव आदि अजितशान्तिस्तवनसि उपसर्ग हर स्तोत्र वृत्ति, धर्माधर्मप्रकरण, भयहर ( मानतुंग) स्तोत्रवृत्ति,
चर्चा
चतुविध भावना कुलक, तपोमल कुट्टन,
जिनप्रभ सूरि
जिनप्रेम सूरि के शिष्य (??)
संघतिलक सूरि
महेश्वर सूरि
मेयतुंग
विजयसिंह सूरि
फेरू (ज्योतिषाचार्य)
(३५)
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सूरिमन्त्रप्रदेशविवरण, महावीर स्तवनवृत्ति १३८० ।
अपभ्रंश साहित्य मदनरेखा सन्धि, मल्लि चरित्र, नेमिनाथ रास, ज्ञान प्रकाश, वयरस्वामि चरित्र, षट्पंचाशक दिक्कुमारिका अभिषेक, मुनिसुव्रत जन्माभिषेक, धर्माधर्मविचार कुलक श्रावकविधि प्रकरण, चैत्य
परिपाटी
कथा चरित नर्मदासुंदरी सन्धि १३२८ गौतम स्वामि चरित्र
सम्यक्त्व सप्ततिका
स्थूलभद्र फाग, युगादिचिच चरित्र कुलक
आगमिक
कथा
कालकाचार्य कथा १३३५
प्रबंध चरित्र प्रबंध चिन्तामणि १३६१ कामदेव चरित्र १४०१ सम्भवनाथ चरित्र १४१३ हैमव्याकरण बृहद्वृत्ति पर दीपिका १३६८ ज्योतिष ज्योतिष सार सटीक विज्ञान
द्रव्यपरीक्षा सटीक, रस्न परीक्षा सटीक, वास्तुसार (१३७२). पुंडरीक चरित्र
व्याकरण
कमलप्रभ
चरित्र
सोमतिलक (सोमप्रभ के शिष्य) आगमिक
नव्य क्षेत्र समास १३७३ विचार सूत्र
सप्ततिशतस्थानक, १३८७ स्तोत्रस्तुति सोमप्रभकृत २८ स्तुति पर वृषि
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