________________ अक्षरज्ञान द्वारा बालक के जीवन के विकास की आधारशिला बनती है बालक की बालपोथी / तत्त्वों के ज्ञान द्वारा सर्वजीवों के आत्मविकास की आधारशिला बनेगी यह सचित्र तत्त्वज्ञान बालपोथी मैं क्या जीवन की सच्ची दिशा का मार्गदर्शन चाहते हैं ? पर विश्व की विचित्रताओं का रहस्यस्फोट करना चाहते हैं ? 4 ईश्वर कौन है ? कहां है ? कैसा है ? ऐसे प्रश्नों का सही समाधान पाना है ? र समग्र धर्मका सार संक्षेप में समझना चाहते हैं ? तो उठाईये पुस्तक, पलटिये पन्ना, देखते हि रह जायेंगे, रंगबिरंगी चित्रों की सहाय से जो समझाया है... चक्षु विकस्वर होगी, मन प्रसन्न हो जायेगा... जीझाइन Jain Education International For Private & Personal Use Only जैनम ग्राफीक्स, अहमदाबाद, Ph:25627468. M. 98258 517304