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५. इरियावहियं (प्रतिक्रमण) सूत्र इच्छाकारेण संदिसह भगवन्! इरियावहियं पडिक्कमामि? (गुरु कहते हैं 'पडिक्कमेह') इच्छं, इच्छामि पडिक्कमिडं ॥ १ ॥ इरियावहियाए विराहणाए।॥ २ ॥ गमणागमणे ॥ ३ ॥ पाणक्कमणे, बीयक्कमणे, हरियक्कमणे,
ओसा-उत्तिंग-पणग-दगमट्टीमक्कडासंताणा-संकमणे ॥ ४ ॥ जे मे जीवा विराहिया॥ ५ ॥ एगिदिया, बेइंदिया, तेइंदिया, चउरिदिया, पंचिंदिया॥ ६ ॥ अभिहया, वत्तिया, लेसिया, संघाइया, संघट्टिया, परियाविया, किलामिया, उद्दविया, . ठाणाओ ठाणं संकामिया, जीवियाओ ववरोविया, तस्स मिच्छामि दुक्कडं ॥ ७ ॥
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