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कोहो पीइं पणासेइ माणो विणयनासणो माया मित्ताणि नासेइ लोहो सव्वविणासणो
दशवैकालिक अध्ययन ८
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प्रेम का नाश करता है,
कोध
मान विनय का नाश करता है, माया मित्रता का नाश करता है, लोभ सर्वनाश करता है...
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१४ पूर्वधर शय्यंभवसूरिजी
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