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|| धम्म सरणं पवज्जामि ।।
मेरा धर्म
प्रातःकाल उठते ही नवकार मंत्र गिनना।
मां-बाप को हाथ जोड़ कर नमस्कार करना ।
प्रातः मन्दिर जाकर परमात्मा का दर्शन करना ।
नवकारसी का पच्चक्खाण करना।
भगवान की पूजा करना। भोजन के बाद थाली-कटोरी धोकर पीना। रात्रिभोजन करना नहीं, आलू, शकरकंद आदि जमीनकंद खाना नहीं।। बासी रोटी रखनी नहीं एवं खानी नहीं। एक सामायिक करना | शाम का प्रतिक्रमण करना । किसी जीव को मारना नहीं । गुरु महाराज और मां बाप का विनय करना । ऐसा धर्म पालन करने वाला सद्गति में जाता है।
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