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________________ जियाफत ME भेड़ियों के सरदार ने भेड़बकरियों के सरदार को संदेश भेजा। संदेश में लिखा गया था कि कई साल से हमारे बीच दुश्मनी चली आ रही है। हम यह नहीं चाहते कि हमारे बीच यह दुश्मनी जारी रहे। वास्तव में हमारे और आपके बीच दुश्मनी की वजह वह चरवाहा है जो अपना डंडा पछाड़कर हमें ललकारता रहता है। अगर हमारे बीच से उसे हटा दिया जाए तो हम लोग अच्छे दोस्त की तरह रह सकते हैं। यह संदेश पढ़कर मूर्ख भेड़बकरियों ने सींग मारमारकर चरवाहे को खदेड़ दिया। भेड़िए तो यही चाहते थे। जैसे ही उन्हें इस बात का पता जला, वे भेड़-बकरियों पर टूट पड़े। मित्र की बुराई सुनकर उससे रिश्ता तोड़ने से पहले सौ बार सोचना चाहिए। YOU in Location Interional For Private & Personal Use Only www.jatsupar
SR No.003221
Book TitleStory Story
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalyanbodhisuri
PublisherK P Sanghvi Group
Publication Year2011
Total Pages132
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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