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कुत्ता और खरगोश एक कुत्ते ने एक खरगोश को देख लिया। शिकार के लिए उसके पीछे दौड़ा। खरगोश भी अपने प्राण बचाने के लिए तेजी से भागा। कुत्ता बराबर उसका पीछा करता रहा। अंत में उसकी साँस फूल गई। थक-हारकर उसने खरगोश का पीछा करना छोड़ दिया। तभी एक चरवाहे ने उसकी ओर देखकर ताना कसा, “एक छोटे से खरगोश ने दौड़ में तुम्हें पछाड़ दिया।" कुत्ते ने तपाक से जवाब दिया, "महाशय ! मैं अपने पेट के लिए दौड़ रहा था, वह अपने प्राणों के लिए दौड़ रहा था।" सब को अपने प्राण प्यारे होते है, अतः किसी भी जीव को मारना नहीं चाहिये।
||अत्तानं उवमं किंच्चा न हणे न विघायए ।।
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