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________________ बूढ़ा शेर एक बूढ़ा शेर इतना कमजोर हो गया कि उसके लिए चलना-फिरना भी मुश्किल हो गया। सारा दिन वह अपनी गुफा में चुपचाप पड़ा रहता था। जब इस बात का पता जंगल के अन्य प्राणियों को चला तो उन्होंने सोचा, मौका बढ़िया है पुराना हिसाब-किताब बराबर कर लेने , का। सबसे पहले एक बैल गुफा में दाखिल हुआ और उसने शेर को जोर से सींग मारी। शेर चुपचाप पड़ा रहा। फिर लोमड़ी अंदर आई और उसने शेर को काट खाया। एक के बाद एक । छोटे-बड़े प्राणी गुफा में आते गए और वैर चुकाते गए। अंत में जब एक गधे ने आकर शेर को दुलत्ती मारी तब शेर की आँखों में आँसू आ गए। बल का कभी गर्व मत करना, एक दिन सब का बल चला जाता है। 91 Jain Education Interational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org,
SR No.003221
Book TitleStory Story
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKalyanbodhisuri
PublisherK P Sanghvi Group
Publication Year2011
Total Pages132
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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