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सरस्वती प्रार्थना
संहिता-पाठः ॐ प्रणो देवी सरस्वती वाजेभिर्वाजिनीवती। धीनाम वित्र्यवतु॥ (ते. सं. कां. १ प्र. ८ अनु-२९)
घनपाठः प्रणो नः प्राणों देवी देवी नः प्राणों देवी। नो देवी देवी नौनो देवी सरस्वती सरस्वती देवी नौ नो देवी सरस्वती।
देवी सरस्वती सरस्वती देवी देवी सरस्वती वाजेभिर्जिमि स्सरस्वती देवी देवी सरस्वती वाजेभिः।
सरस्वती वाजेभि वर्जिभि स्सरस्वती सरस्वती वाजेभि जिनीवती वाजिनीवती वाजेभि स्सरस्वती सरस्वती वाजेभि वाजिनीवती। ___ वाजेभिर्वाजिनीवती वाजिनीवती वाजेभिर्वार्जेभिर्वाजिनीवती । वाजिनीवतीति वाजिनी-वती॥
धीना मवित्र्यवित्री धीनां धीनामवित्र्य वत्व वत्ववित्री धीन धीनामवित्र्यवतु। अवित्र्यवत्वव त्ववित्र्यवि त्र्यवतु अवत्वित्यवतु॥
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