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भगवान् पार्श्वनाथ की परम्परा का इतिहास
आचार्यश्रीयादेवसूरि ( समय वि० सं० ११५)
सोपार पट्टन में श्रमण संघ को आगम वाचना दे रहे हैं।
कृष्णार्षि की मूित ( पृष्ट ५३० ) A NTYANAXKOToLAJXE
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मथुरा के कंकाली टील का खोद काम करते समय करीब २०
० वर्ष जितनी प्राचीन एकमुनि