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सूरीश्वर और सम्राट्। (१०) दसवाँ लालेजलाली नामका चौकोर सिक्का था। उसका वज़न और मूल्य इलाही सिक्के जितना ही था । उसके एक तरफ 'अल्लाहो अकबर' और दूसरी तरफ़ 'जल्ल जलालहू' शब्द लिखे थे।
(११) अदलगुत्क नामक ग्यारहवाँ सिक्का था । उसका वज़न ११ माशे और मूल्य ९) रु. था। उसके एक तरफ़ 'अल्लाहो अकबर' और दूसरी तरफ 'यामुइनु' शब्द थे ।
(१२) बारहवाँ सिक्का गोल मुहर था। उसका वज़न और मूल्य अदलगुत्क सिक्के के समान थे। उसकी मुहर दुसरी तरहकी थी।
( १३ ) तेरहवाँ मिहराबी नामका सिक्का था । इसका वजन, मूल्य और मुहर गोल अशरफ़ीके समान थे।
(१४ ) मुईनी सिका चौदहवाँ था. उसकी आकृति चोरस गोल थी । वज़न और मूल्य लालेजलाली और गोल मुहर जितना ही था । उसपर यामुईनु नामकी छाप थी।
(१५) चहार गोशह नामक पन्द्रहवाँ सिक्का था । उसकी मुहर और वज़न आफ़ताबी सिक्केके समान थे।
(१६ ) सोलहवाँ गिर्द नामका सिक्का था। वह इलाही नामक सिकेसे आधा था । मुहर भी उसके समान ही थी।
(१७) सत्रहवाँ धन ( दहन ) नामका सिक्का था। वह लालेजलालीसे आधा था।
( १८ ) सलीमी नामक अठारहवाँ सिक्का था । यह अदल. गुत्कसे आधा था।
( १९ ) उन्नीसवाँ रबी नामक सिक्का था । वह आफ़ताबी सिकेसे चौथाई था।
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