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समर्पणा
निनसे बाल्यावस्था में ही विशिष्ट गुणों को प्राप्त किया था, जिन के आवरण में ये गुण परिपुष्ट हुए,
उसी उपलक्ष में उन्हीं अपने पितृ. श्रीगोपालदासजी अबरोल लथा मातृश्री. - कृपादेवी जी, सनखतरा (जि. स्याल
कोट, पंजाब) को यह लघु सा • ग्रन्थ सादर समर्पित
--विजयेन्द्रसूरि
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